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नवंबर, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हमारा प्यारा गाँव

मैं तुम निकले शहर को तकता रहा जाते युवाओं को हमारा प्यारा गाँव. मैं तुम रहते शहर में बाट जोहता बूढ़ी सूनी आँखों हमारा प्यारा गाँव.