अब तो दरस दिखाओ मेरी मैया।
प्यासे नयन तकें बरसों से ,
आकर प्यास बुझाओ मेरी मैया।।
अब तो दरस दिखाओ मेरी मैया।।
हरि-हर-ब्रह्मा, सूर-मुनि सेवें,
सेवा भाव जगाओ मेरी मैया।।
अब तो दरस दिखाओ मेरी मैया।।
कनक कलेवर, लाल चुनरिया,
माँग सिंदूर लगाओ मेरी मैया।।
अब तो दरस दिखाओ मेरी मैया।।
टीका कुण्डल मोती सोहे,
चंद्रवदन दिखलाओ मेरी मैया।।
अब तो दरस दिखाओ मेरी मैया।।
पुष्प- हार असि खप्पर धारी,
सिंह चढ़ी चलि आओ मेरी मैया।।
अब तो दरस दिखाओ मेरी मैया।।
रक्तबीज महिषासुर घाती,
महिमा फिर दिखलाओ मेरी मैया।।
अब तो दरस दिखाओ मेरी मैया।।
काम क्रोध मद लोभ शोक संग,
मत्सर मोह मिटाओ मेरी मैया।।
अब तो दरस दिखाओ मेरी मैया।।
- राजेश मिश्र
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