द्वार-देहरी दीप जलाओ
आज राम घर आयेंगे।
घर-घर मङ्गल-गान बजाओ
आज राम घर आयेंगे।।
पावन-पुरी अवध है हर्षित,
हर्षित भारत सारा है;
है हर्षित हर हिन्दू तन-मन,
प्रेम-गङ्ग हिय धारा है।
हिल-मिल सारे नाचो-गाओ
आज राम घर आयेंगे।
घर-घर मङ्गल-गान बजाओ
आज राम घर आयेंगे।।
हर नारी है माँ कौशल्या
सुत की अपने राह तके;
हर नर में फिर जीवित दशरथ
राम दरश हित नैन थके।
बूढ़ी आँखों पलक बिछाओ
आज राम घर आयेंगे।
घर-घर मङ्गल-गान बजाओ
आज राम घर आयेंगे।।
प्रिय हनुमत सन्देशा लाये
प्रभु बस आने वाले हैं;
भरत-रिपुदमन की हर पीड़ा
आज मिटाने वाले हैं।
शान्ता दीदी! थाल सजाओ
आज राम घर आयेंगे।
घर-घर मङ्गल-गान बजाओ
आज राम घर आयेंगे।।
- राजेश मिश्र
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